होली
होली
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वर्षो बाद आई होली,
रंग बिरंगी, न्यारी होली।
सब त्यौहारों से प्यारी होली,
निकली हमसब बच्चों की टोली।
आज बड़ा न, न कोई छोटा,
सब पर देंगें रंग भर कर लोटा।
आ जकाले, गोरे,जाति-पाति, ऊँच-नीच का कभे न हो,
खुशियाँ बाँटे, गले मिलें, बस भाईचारा और सिर्फ़ प्रीत हो।
सभ्यता, संस्कृति और मानवता की बस रीत हो,
मिल जुल कर मनाये, हमसब, अपने-अपने त्यौहार।
हे ईश्वर हम सबको दे यह वरदान….,
मिल ज़ूल कर, खुशियाँ बाँटे, अपना हिंदुस्तान।
अपना प्रेम हमसब जन-जन तक बरसायेंगे,
होली का पावन त्यौहार, हम सब मिलजुल कर मनायेंगे।
हे, ईश्वर इतना बस तुम रखना ध्यान….,
अब कभी न फैले, नफ़रत व बैर भाव, इतना सन्देश देता हिंदुस्तान।
