Sunaina Bisht
Others
गलतफहमियां का सिलसिला चलता रहा,
जिंदगी विरान होती रही,
रिश्तों की डोर कच्चे धागे की तरह टूटतीं रही,
बिना सोचे समझे खुद ही हर सवाल के जवाब ढूंढते रहे,
और एक जहर दिल में हम घोलते रहे।
गलतफहमियां
तेरी दुनियां