मैं मिलूं तो कभी तू भी मिल जाए, मेरी सांस तेरी सांस में ढल जाए! मैं मिलूं तो कभी तू भी मिल जाए, मेरी सांस तेरी सांस में ढल जाए!
फूल लेके जो आए थे, वो हर अंग महका गये, तन्हा अकेली शाम को, रंगीन सा बना गये, फूल लेके जो आए थे, वो हर अंग महका गये, तन्हा अकेली शाम को, रंगीन सा बना गये,