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Rajan Patel

Others

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Rajan Patel

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ए मुसाफिर

ए मुसाफिर

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कितनी है हर पल, ए मुसाफिर,

  जिंदगी की हलचल, ए मुसाफिर

 ये प्यास फिर मय और फिर तू

 बस हम हाेते जलजल, ए मुसाफिर

 भीतर है सब में भगवान का रुप

 बता तू काैन है निर्बल ए मुसाफिर


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