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pritam paul

Others

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pritam paul

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दोस्त

दोस्त

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ज़िन्दगी के रास्ते मे लोग बहुत मिलते है,

कुछ थोड़ी दूर चलते है,

फिर मुँह मोड़ लेते है।

कुछ देते है साथ, थोड़ी दूर और -

अरे ये ख़ुशियाँ जो बाँट लेते है।


सच्चा साथी वो जो ग़म का सहारा बन सके |

बहते आंसूओं को मोतिओं का हार बना सके।

भटके हुए राही को सही रास्ता दिखा सके |

और - अपनी ख़ुशी बाँटके दोस्त को हसी दे सके |


अजी दोस्त तो आजकल दुकानों में भी बिकते है।

सही बोली लगाने पे कुछ भी कर सकते हैं |

कभी हमसे सच्ची दोस्ती करके तो देखिये,

ज़माने के खिलाफ - आपक साथ,

खरे हम ज़रूर मिलेंगे ।


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