Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!
Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!

Rajan Singh

Others

2  

Rajan Singh

Others

दोस्त

दोस्त

1 min
249


खाई थी जो बर्फ़ मलाई

घूमे थे ले टूटी हुई सुराही

कागज़ को फाड़ कर हमने

जो बनाये थे जहाज हवाई

साइकिल के टायर को लेकर

संग भागे दौड़े थे बन सौदाई

वो याद है अभी थोड़ी-थोड़ी बाकी

दिली फरियाद है एक जोड़ी बाकी

रास्ता निहारे अँखियाँ

मुलाकात की है अभी घड़ी बाकी।

वो नीम की निंबोरी

वो गाँव की हसीन छोरी

छेड़े थे जो हम-तुम मिलके

हम दोनों हमजोली

वो उम्र ही थी थोड़ी

कागज़ के जैसे कोरी।

फिर याद तेरी आयी

मेरी आँख डबडबाई

मिलते कहाँ शहर में

तेरे जैसा दोस्त रहनुमाई।

खेतों में चराते गाय

और गुड़ वाली चाय

वह नींबू का आचार

जिसमें था माँ का प्यार

रोटी चीनी में छुआ के हमने

जो संग-संग खाये थे दोनों यार।

वो याद आ रही है

मेरे दोस्त मेरी जान जा रही है

तेरी याद आ रही है।


Rate this content
Log in