कहने को कुछ खास नहीं।
कीड़े पड़े उन काफिरों को जिनके कारण हमारे वतन का अमन-चैन सब छीनता जा रहा है। कीड़े पड़े उन काफिरों को जिनके कारण हमारे वतन का अमन-चैन सब छीनता जा रहा है।