मंज़िल भी कोई पास नहीं है और राह में पड़े अंगारे । अरे कूद पड़ेंगें अंगारों में जो तुम हो जाओ ह... मंज़िल भी कोई पास नहीं है और राह में पड़े अंगारे । अरे कूद पड़ेंगें अंगारों म...
प्यार हुआ ये कैसे इक हसीन मुलाकात पर ना उसे पता ना हमको है खबर...! प्यार हुआ ये कैसे इक हसीन मुलाकात पर ना उसे पता ना हमको है खबर...!
मिलने चोरी चुपके से पनघट पर तुम बुलाती रही मैं आता रहा... मिलने चोरी चुपके से पनघट पर तुम बुलाती रही मैं आता रहा...
चाँद मेरे सामने था और उसका अलग ही शबाब था...! चाँद मेरे सामने था और उसका अलग ही शबाब था...!