बचपन एक तूफान है
बचपन एक तूफान है


बचपन एक तूफान है
मस्ती खोरी की खान है
हँसने की कोई वजह नहीं
पर चेहरे पर मुस्कान है
खाने पीने की फिकर नहीं
सोने का नहीं ठिकाना है
खेलकूद के राजा है यह
जहां पढ़े सो जाना है
लेकिन आँख खुले तो
खुद को बिस्तर में ही पाना है
तभी तो इनकी मस्ती देख
जलता सारा जमाना है
बच्चों का साफ ईमान है
हर रूप में ये भगवान है
घर में खुशियां इनसे ही हैं
यह नन्हे मेहमान है
बचपन एक तूफान है
मस्ती खोरी की खान है
हँसने की कोई वजह नहीं
पर चेहरे पर मुस्कान है
बच्चो से ही दुनिया चलती है
बच्चे सब की जान है
बच्चों से ही दान पुण्य है
बच्चे से सम्मान है
बच्चों का कोई धर्म नहीं
ना इन में झूठी शान है
वो तो अपने मां बाप की
इकलौती पहचान है
गोद भरी जिसकी भी जग में
वह सबसे धनवान है
माँ बाप के दुख का भागी
बने वही संतान है
जीवन के पहलू से
बचपन तो अनजान हैं
बिगड़ गए शैतान,
अगर गढ गए तो भगवान है
बचपन एक तूफान है
मस्ती खोरी की खान है
हँसने की कोई वजह नहीं
पर चेहरे पर मुस्कान है
बच्चे तो गंगाजल है
इनमें दुनिया का कल है
कुछ के लिए समस्या है
ये तो कुछ लोगों का हल है
जीवन यदि प्रेम वृक्ष है तो
बच्चे एक मधुर फल है
जीना तो है मृत्यु तक पर
बचपन केवल दो पल है