Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!
Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!

Saumya Aggarwal

Children Stories

3  

Saumya Aggarwal

Children Stories

बचपन - एक एहसास

बचपन - एक एहसास

1 min
217


बचपन हर किसी का सुनहरा हो 

यह ज़रूरी नहीं होता 

पर उसका एहसास 

एक बुलंद इमारत की नींव सा गहरा है होता

 

कोई कपड़ों के लिए तरसता

किसी की छत से पानी टपकता 

कोई मांग कर पेट भरता 

कोई तपती हुई ज़मीन पर नंगे पाँव रखता


बचपन हर किसी का सुनहरा हो 

यह ज़रूरी नहीं होता

पर उसका एहसास 

एक बुलंद इमारत की नींव सा गहरा है होता


कोई कार की ठंडी हवा का लुत्फ़ उठाता

कोई अंगारे बरसाती धूप में आँखें चुंधियाता 

किसी को स्कूल जाने के लिए बड़े प्यार से उठाया जाता

किसी को डांट फटकार के हर काम कराया जाता


बचपन हर किसी का सुनहरा हो 

यह जरूरी नहीं होता

पर उसका एहसास 

एक बुलंद इमारत की नींव सा गहरा है होता


किसी के माता-पिता उसे हर सुख का अनुभव कराते 

किसी के बच्चे हर पल संघर्षों को ही गले लगाते 

कोई अपनी पसंदीदा चीजों को बिन मांगे ही पा लेते 

कोई अपने अरमानों को चुप रहकर ही दबा लेते


बचपन हर किसी का सुनहरा हो

यह ज़रूरी नहीं होता

पर उसका एहसास 

एक बुलंद इमारत की नींव सा गहरा है होता


बच्चे तो बच्चे होते हैं 

जो सुनहरे सपने संजोते हैं 

क्यों समझदार लोग उन्हें 

अहम की सुइयाँ चुभोते हैं


बच्चे तो पानी से सरल होते हैं

विपरीत परिस्थितियों में भी जो मुस्कुराते हैं

जीते हैं अपनी मस्ती में

ये तारे जमीन पर कहलाते हैं


बचपन हर किसी का सुनहरा हो

यह ज़रूरी नहीं होता 

पर उसका एहसास 

एक बुलंद इमारत की नींव सा गहरा है होता 


Rate this content
Log in