जो कलिकारी से शुरू हुई वो सांस की डोरी टूट गई जीवन था क्षण भर का साथ ये दुनिया तुझसे रूठ गई जो कलिकारी से शुरू हुई वो सांस की डोरी टूट गई जीवन था क्षण भर का साथ ये दुनिया...
से क्या नाता जुड़ गया है कि हम हर बार उसी के हो जाते हैं। से क्या नाता जुड़ गया है कि हम हर बार उसी के हो जाते हैं।