|| ऐ हमसफर मेरी कदर रखना ||
|| ऐ हमसफर मेरी कदर रखना ||
कुछ अधूरा सा कहा मैंने, तुम पूरा समझ लेना।
ऐ हमसफर मेरी कदर रखना ।।
सुबह भी होती है और जिंदगी रोशन भी होती है,
बस अंधेरे में तुम सफर रखना।
ऐ हमसफर मेरी कदर रखना ।।
जिंदगी में एक वक्त ऐसा भी आता है,
जब साया भी साथ छोड़ जाता है, तुम हाथों रखना हाथ मेरा।
ऐ हमसफर मेरी कदर रखना ।।
मुझमें देखो अगर बुराई तो मुझसे कह देना,
अपने प्यारी नसीहतों से मेरे सारे ऐब भर देना।
ऐ हमसफर मेरी कदर रखना ।।
गमों में भी खुशियाँ ढूंढ लेंगे हम,
बस तुम इस रोते हुए दिल में मुस्कुराहट भरे रखना ।
ऐ हमसफर मेरी कदर रखना ।।
पूरे होंगे ख्वाब जो देखे हमने साथ,
बस तुम मोहब्बत को इज्जत से ढके रखना।
ऐ हमसफर मेरी कदर रखना ।।
मंजिल मिल ही जायेगी एक दिन भटकते भटकते,
बस तुम इस गुमराही के राही यूं ही बने रहना।
ऐ हमसफर मेरी कदर रखना ।।
कठिन जीवन की चट्टानों पर साथ निभाते चलते रहना,
आशा उमंग का सेतु बन दिलों को यूं ही जोड़े रखना।
ऐ हमसफर मेरी कदर रखना ।।
