अब खामोश हूँ मैं
अब खामोश हूँ मैं
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यही सिखाया यही समझाया,
एक लड़की हूँ मैं।
शिकायत भी हो तो
आगाज़ मत करना,
के, रोना भी आए तो
आवाज़ मत करना।
और, हाँ पढ़ तो ली हो तुम
लेकिन दुनिया तुम्हारी रोटी में है
अब खामोश हूँ मैं।