STORYMIRROR

आँखें बंद कर

आँखें बंद कर

1 min
3.0K


सुन आँखें बंद कर 

अब आँखों में देख, क्या दिखा

चेहरा, झूठ

अंधेरे का पहरा

दिल मे हलचल, बेचैनी है हर पल

बस यही अंधेरों से भरी

रौशनी का चेहरा है ठहरा ठहरा

गुस्सा मत हो बस यही चेहरा देख

आँखें बंद कर 

अब आँखों में देख, क्या दिखा ।।

सुन आँखें बंद कर 

अब आँखों में देख, क्या दिखा

बचपन, झूठ

खुद से ही घिरे होने का अकेलापन

पता है अब तू अकेला भी नहीं, तन्हा है

तुझे खुद ही नही पता तू कहा है

रौशनी की इमारत में, अंधेरे माले पर

या खुद के ही भुने हुए एक अजीब से जाले पर

अच्छा मुंह मत बना, यही चेहरा देख

सुन आँखें बंद कर 

अब आँखों मे देख, क्या दिखा ।।


Rate this content
Log in