मैंने इंसान की जान को कुछ रुपयों में बिकता देखा है मैंने एक हसीन ज़माने को तहस नहस होता देखा है...... मैंने इंसान की जान को कुछ रुपयों में बिकता देखा है मैंने एक हसीन ज़माने को तहस...
जो कभी हमराज़ हुआ करते थे...! जो कभी हमराज़ हुआ करते थे...!
तेज़ चलती इस दुनिया से मैं हारा पर मोहब्बत से रिश्ता रहेगा हमारा...! तेज़ चलती इस दुनिया से मैं हारा पर मोहब्बत से रिश्ता रहेगा हमारा...!