सावन की रिमझिम फुहार, तन पर जब से पड़ी हैं.. सावन की रिमझिम फुहार, तन पर जब से पड़ी हैं..
जय जगन्नाथ जय जननी जय हिन्द जय जगन्नाथ जय जननी जय हिन्द