वो जज्बा कहाँ से लाऊँ तेरे पे मैं जान न्योछावर कर जाऊं! वो जज्बा कहाँ से लाऊँ तेरे पे मैं जान न्योछावर कर जाऊं!
यूं आहिस्ता ख़त्म आस हो गई है पर सांसें तुझमें चल रही हैं। यूं आहिस्ता ख़त्म आस हो गई है पर सांसें तुझमें चल रही हैं।
एक ओर खुशी की उम्मीद थी लेकिन दूसरे में निरंतर दुःख, एक ओर, दर्द भर के आसू एक और प्यारी सी मुस्का... एक ओर खुशी की उम्मीद थी लेकिन दूसरे में निरंतर दुःख, एक ओर, दर्द भर के आसू एक...