मेरा प्यारा नन्हा पौधा
मेरा प्यारा नन्हा पौधा
मेरा प्यारा नन्हा पौधा
फुदक फुदक के मुझे ढूँढता
मस्ती करके मुझे सताता
उलटे चेहरे बना मुझे चिड़ाता
धीरे धीरे बड़ा हो जाता
मुझसे बहुत प्यार वो करता
मेरे बिना रह नहीं पता
बड़ा हो क्या बदल जाता
मुझे वोह वृद्धाश्रम छोड़ जाता
मुझसे ज्यादा बीवी संग बतियाता
मुझे मारने से पहले मार देता
मेरा प्यारा नन्हा पौधा
क्युँ मुझे प्यार नहीं करता
मुझ बूढ़े पौधे को उखाड़ फैंकता
मुझसे क्यूँ नहीं प्यार वो करता
मेरा प्यारा नन्हा पौधा।