जिंदगी
जिंदगी
जिंदगी की राह चलते लोगों को
देख मुस्कुराया कर ए मुसाफ़िर,
एहसास होगा हजारों की भीड़ में तू चुनिन्दा है
साँस ख़त्म होने पर सभी कहेंगे अजब इंसान था,
लेटा हुआ है लकड़ियों पर
लगता है अभी भी जिन्दा है।
जिंदगी की राह चलते लोगों को
देख मुस्कुराया कर ए मुसाफ़िर,
एहसास होगा हजारों की भीड़ में तू चुनिन्दा है
साँस ख़त्म होने पर सभी कहेंगे अजब इंसान था,
लेटा हुआ है लकड़ियों पर
लगता है अभी भी जिन्दा है।