गृहणी
बंद दरवाज़े के पीछे,तड़पती है माँ की सिसकियां बहन की हिचकियाँ। बंद दरवाज़े के पीछे,तड़पती है माँ की सिसकियां बहन की हिचकियाँ।
इस सजावट के पीछे, मैं अपना सपना भूल जाती हूँ। इस सजावट के पीछे, मैं अपना सपना भूल जाती हूँ।
तोता मैना की प्रेम कहानी जिम्मेदारी तले जवानी बुढ़ापा जब खाता है ठोकर चलती है कलम जब रो कर तोता मैना की प्रेम कहानी जिम्मेदारी तले जवानी बुढ़ापा जब खाता है ठोकर चलती है ...
एक के बदले सौ काटूंगा, या अपना शीश कटा दूंगा। एक के बदले सौ काटूंगा, या अपना शीश कटा दूंगा।