I'm Vishal and I love to read StoryMirror contents.
ढूँढना मुझे आसमान में उम्मीदें लेकर ढूँढना मुझे आसमान में उम्मीदें लेकर
वो कौन मुझे है देखता, वो कौन बैठा साख पे।, वो कौन मुझे है देखता, वो कौन बैठा साख पे।,
कुछ तो षड्यंत्र रची होगी उस हमसफ़र ने वरना कश्ती में सवार हम तिश्नगी से मर जाते ? कुछ तो षड्यंत्र रची होगी उस हमसफ़र ने वरना कश्ती में सवार हम तिश्नगी से मर जा...
किसी आम व्यक्ति का ज़िक्र नहीं, अपने पिता की बातें करता हूँ। किसी आम व्यक्ति का ज़िक्र नहीं, अपने पिता की बातें करता हूँ।