मेरी आँखों में काव्य है मेरे शब्दों में काव्य है मेरे व्यक्तित्व में कवित्व है । मेरी कविताओं में मेरा व्यक्तित्व है, मेरे विचार है मेरा व्यक्तित्व ही स्रोत है काव्यमयी गंगा का ।
वीर हैं हम, भय भी हमसे भयभीत होता है हर दुश्मन हमें ललकारने के बाद रोता है। वीर हैं हम, भय भी हमसे भयभीत होता है हर दुश्मन हमें ललकारने के बाद रोता है।
आओ स्वच्छता का संकल्प उठाएं, भारत भूमि को स्वच्छ बनाएँ। आओ स्वच्छता का संकल्प उठाएं, भारत भूमि को स्वच्छ बनाएँ।
संघर्ष में असफल हुए तो कोई शिकायत नहीं । संघर्ष में असफल हुए तो कोई शिकायत नहीं ।
ये भूमि है रामराज्य की और स्वराज्य विचारों की । ये भूमि है रामराज्य की और स्वराज्य विचारों की ।