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जाना चाहे जब वो घर तो ससुराल को ही सिर्फ घर बताता है। जाना चाहे जब वो घर तो ससुराल को ही सिर्फ घर बताता है।
रोते हुए भी मुस्कुरा कर दिखाया चाहती थी बताना पर कभी नहीं जताया रोक लिया खुद को यह सोचकर जो पसंद ... रोते हुए भी मुस्कुरा कर दिखाया चाहती थी बताना पर कभी नहीं जताया रोक लिया खुद क...
ज़रा नजाकत से थामना होंठ खुले और आंख बदं हो भी सकती है। ज़रा नजाकत से थामना होंठ खुले और आंख बदं हो भी सकती है।
जिंदगी की कद्र कहाँ है मेरी चलो शोक में जरूर आना तुम। जिंदगी की कद्र कहाँ है मेरी चलो शोक में जरूर आना तुम।
हो चाहे अब न्याय का मदिंर महफूज न कही............ हो चाहे अब न्याय का मदिंर महफूज न कही............