भाषा और संस्कृति के लिए कार्य
कविता चेतना है,कविता जीवन है कविता पशुता में मानवता का रंग है। कविता चेतना है,कविता जीवन है कविता पशुता में मानवता का रंग है।
झुकी-दमित, दबी आंखें अब आशावान हो रही है। झुकी-दमित, दबी आंखें अब आशावान हो रही है।
अत: प्रकृति की सुनो, आओ फिर से धरती को स्वर्ग बनाओ। अत: प्रकृति की सुनो, आओ फिर से धरती को स्वर्ग बनाओ।
संसार की सार्थकता आनंद में है सामंजस्य में है। संसार की सार्थकता आनंद में है सामंजस्य में है।
सफ़र यादों का सफ़र उम्मीदों का सफ़र कुछ पाने का सफ़र जीवन में कुछ बनने का सफ़र यादों का सफ़र उम्मीदों का सफ़र कुछ पाने का सफ़र जीवन में कुछ बनने क...
यहीं तो जिंदगी है, आइए महसूस करते हैं। यहीं तो जिंदगी है, आइए महसूस करते हैं।
राम सप्तलोक है राम संस्कृति है राम संस्कार है राम सप्तलोक है राम संस्कृति है राम संस्कार है
इतिहास है अतीत के पन्नों पर खुद की इबारत जबरदस्ती लिखने का इतिहास है अतीत के पन्नों पर खुद की इबारत जबरदस्ती लिखने का