I'm Rachana and I love to read StoryMirror contents.
क्या हम सच में कह सकते हैं कि मेरा देश आज़ाद है? क्या हम सच में कह सकते हैं कि मेरा देश आज़ाद है?
इन्हें भी तो अपना बचपन जीने दो ... इन्हें भी तो अपना बचपन जीने दो ...
घरेलू नौकर भी इज्जत के हकदार हैं... घरेलू नौकर भी इज्जत के हकदार हैं...
फेंक दी गयी पुर्जा पुर्जा बिखरने को फेंक दी गयी पुर्जा पुर्जा बिखरने को
कभी इस घर में भी हुआ करती थी उजालों भरी सुबह कभी इस घर में भी हुआ करती थी उजालों भरी सुबह
कहानी जो आज भी जीवंत है कहानी जो आज भी जीवंत है