स्नातकोत्तर हिन्दी का छात्र। किताबों से प्रेम के सफ़र में। Instagram - urshivag & shivagkikalam Facebook - Shiva G
सूखा है आंखों का पानी, लिखने को तू भारी लिख सूखा है आंखों का पानी, लिखने को तू भारी लिख
माता कहते धरती को, कूड़े से शोभा बढ़ाते हो। माता कहते धरती को, कूड़े से शोभा बढ़ाते हो।
माँ - बहन हो न हो.. भीतर इंसान है क्या कोई? है तो जीने दो उस इंसान को, नहीं है तो मार दो ऐस... माँ - बहन हो न हो.. भीतर इंसान है क्या कोई? है तो जीने दो उस इंसान को, ...