Something from Heart...!
क्या तुमने देखी है कोई तीसरी राह भी रास्ते में...? क्या तुमने देखी है कोई तीसरी राह भी रास्ते में...?
रोता हूँ तो कंधा मेरा दुखता है थक जाऊँ तो ख़्वाब बिछाने लगता हूँ रोता हूँ तो कंधा मेरा दुखता है थक जाऊँ तो ख़्वाब बिछाने लगता हूँ
हर घड़ी मानने-मनाने में एक मज़ा सा है रूठ जाने में। हर घड़ी मानने-मनाने में एक मज़ा सा है रूठ जाने में।
ये उमर बीती है बस हसरत लिए हर शौक की, वो उमर आएगी तो मुझ को सभी कुछ चाहिए। ये उमर बीती है बस हसरत लिए हर शौक की, वो उमर आएगी तो मुझ को सभी कुछ चाहिए।
ए दिल मेरे अब सीख ले अंधेरे में जीना रोशन था जहाँ जिससे, वो अब ना मिलेंगे ए दिल मेरे अब सीख ले अंधेरे में जीना रोशन था जहाँ जिससे, वो अब ना मिलेंगे