Traveller, Aristocrat
जैसे तेरी तस्वीर कैद हो आईने में, दिल के और रोज इंतज़ार करता हूँ जैसे तेरी तस्वीर कैद हो आईने में, दिल के और रोज इंतज़ार करता हूँ
न जाने अब कहाँ से फिर वापिस आ पायेंगी, ना जाने। न जाने अब कहाँ से फिर वापिस आ पायेंगी, ना जाने।
कितना अच्छा होता तुम भी अगर ,मेरी तरह मुझसे प्यार करती, कितना अच्छा होता तुम भी अगर ,मेरी तरह मुझसे प्यार करती,
तो बस, अब गम में भी कैसा गम है। तो बस, अब गम में भी कैसा गम है।