दिल से लिखती हूँ।
ज़िंदा रखूंगी, बातों में, यादों में फिर हँसकर पूछ लूंगी राज़। ज़िंदा रखूंगी, बातों में, यादों में फिर हँसकर पूछ लूंगी राज़।
'यादों में प्यार ढूंढा बहुत, एहसास से भी प्यार हो गया, नाम से ही बहुत लगाव हो गया, जाने ये प्यार क्य... 'यादों में प्यार ढूंढा बहुत, एहसास से भी प्यार हो गया, नाम से ही बहुत लगाव हो गय...
एक दिखावे की दूजी खुद के लिए....ऐसी ज़िंदगी सच में जीते हैं लोग एक दिखावे की दूजी खुद के लिए....ऐसी ज़िंदगी सच में जीते हैं लोग