None B.sc agriculture student Kanpur Chhatrapati shahu Ji Maharaj University
कुछ अपनी सुनाना कुछ हम अपनी सुनायेंगे जिंदगी की उलझनें साथ मिलकर सुलझाएंगे। कुछ अपनी सुनाना कुछ हम अपनी सुनायेंगे जिंदगी की उलझनें साथ मिलकर सुलझाएंगे।
राही को मंजिल का पता नहीं है बस चन्द सांसे थामे चलता जा रहा है। राही को मंजिल का पता नहीं है बस चन्द सांसे थामे चलता जा रहा है।
कुछ तुम कहो कुछ हम कहें कुछ देर तलक हम साथ रहें! कुछ तुम कहो कुछ हम कहें कुछ देर तलक हम साथ रहें!