मैं आग में गिरते हुए पानी जैसा हूँ पढ़ने वाले की रवानी जैसा हूँ
ये आंखें आईना है मेरी भूली बिसरी यादों का। ये आंखें आईना है मेरी भूली बिसरी यादों का।
चलो फिर खेली जाए बिना रंगों के होली मैं तुम्हें, तुम मुझे खुद के रंग में रंग लो मेरी महक भी फूल... चलो फिर खेली जाए बिना रंगों के होली मैं तुम्हें, तुम मुझे खुद के रंग में रंग लो...
जब हम तुम्हारे होश-ओ-हवास में तुमसे मिलेंगे। जब हम तुम्हारे होश-ओ-हवास में तुमसे मिलेंगे।
लगा कर गले तुझे बतलाऊंगा मैं तुझमे बस जाने का इरादा सा हूँ मैं लगा कर गले तुझे बतलाऊंगा मैं तुझमे बस जाने का इरादा सा हूँ मैं
फिर से मुझे इश्क़ के ऑफिस में काम मिला। फिर से मुझे इश्क़ के ऑफिस में काम मिला।