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चलने से पहले ही हमारे पैर तोड़ दिए जाते हैं चलने से पहले ही हमारे पैर तोड़ दिए जाते हैं
स्त्री कि कोई परिभाषा नहीं है, क्योंकि स्त्री खुद एक परिभाषा है। स्त्री कि कोई परिभाषा नहीं है, क्योंकि स्त्री खुद एक परिभाषा है।
तू नारी है, तू शक्ति है। उम्मीद किसी से न करो, क्योंकि तुम वीरांगना हो! तू नारी है, तू शक्ति है। उम्मीद किसी से न करो, क्योंकि तुम वीरांगना हो!
संघर्ष ही जीवन का हिस्सा है, मंजिल ही जीवन का किस्सा है। संघर्ष ही जीवन का हिस्सा है, मंजिल ही जीवन का किस्सा है।