लेखक किताब - बदलते दौर
जो है आरोपी उसका तो यहां महिमामंडन का काम हो गया। जो है आरोपी उसका तो यहां महिमामंडन का काम हो गया।
घरों के अंदर कोरोना का अंत होना अभी बाकी है। घरों के अंदर कोरोना का अंत होना अभी बाकी है।
सीधे मुहं तुम भाग जाओ ना, बहुत हुआ तुम्हारा ये कहर कोरोना सीधे मुहं तुम भाग जाओ ना, बहुत हुआ तुम्हारा ये कहर कोरोना
अब तो थोड़ा रहम करो ना, अब तो थोड़ा रहम करो ना। अब तो थोड़ा रहम करो ना, अब तो थोड़ा रहम करो ना।
अपने इस ढीठ पन का कुछ तो तुम इलाज करो ना अपने इस ढीठ पन का कुछ तो तुम इलाज करो ना