It is my hobby to present the surrounding events in the form of stories by molding them in simple language, I hope you will enjoy after reading.
देब्बू को यहाँ आकर अहसास हुआ की, अब वो पहले जैसी लाडली नही रही। देब्बू को यहाँ आकर अहसास हुआ की, अब वो पहले जैसी लाडली नही रही।
अब वो खुद के लिये जी सकते थे अपने मन मुताबिक, जो वो पहले जी नहीं पाये थे। अब वो खुद के लिये जी सकते थे अपने मन मुताबिक, जो वो पहले जी नहीं पाये थे।
बच्च दा अपनी नाक पर सवालों मक्खी भी नहीं बैठने देते थे, बच्च दा अपनी नाक पर सवालों मक्खी भी नहीं बैठने देते थे,
उनका अपना कहलाने वाला कोई ऐसा व्यक्ति नहीं था उनका अपना कहलाने वाला कोई ऐसा व्यक्ति नहीं था
अम्मा लाख परेशानी के बावजूद भी यहाँ से नहीं जाना चाहती थी अम्मा लाख परेशानी के बावजूद भी यहाँ से नहीं जाना चाहती थी