I'm Kapil Gaur and I love to read StoryMirror contents.
उठाना पैमाना और अबकी बार चाय से भर देना। उठाना पैमाना और अबकी बार चाय से भर देना।
पैर ये मेरे निकल पड़े हैं, एक नई मंजिल पर जाने को। पैर ये मेरे निकल पड़े हैं, एक नई मंजिल पर जाने को।
देखना मैं एक दिन शौक से फिर वही खाऊंगा देखना मैं एक दिन शौक से फिर वही खाऊंगा
हाँ किस्मत तेरा नाम है मुझे भलीभांति पता है, तूने मुझे मेरा न दिया है, हाँ किस्मत तेरा नाम है मुझे भलीभांति पता है, तूने मुझे मेरा न दिया है,