डैड के तेज गुस्से के पीछे का प्यार महसूस कर सको तो कर लो, ऐसा न हो कि बाद में सिर्फ पछताने के सिवा कुछ न रहे!!!
आखिर कब तक हमारे देशवासी यूंही घिसटती जिन्दगी ज
जो प्रेम गली आया ही नही प्रियतम का ठिकाना क्या
डैड के तेज गुस्से के पीछे का प्यार महसूस कर सको