कैसा यह मकान है जहाँ भविष्य में पाले जाने वाले पशु के लिए कमरे का विधान कर लिया जाता है किंतु बूढ़े माँबाप के लिए नहीं.
आखिर कब तक हमारे देशवासी यूंही घिसटती जिन्दगी ज
जो प्रेम गली आया ही नही प्रियतम का ठिकाना क्या
कैसा यह मकान है जहाँ भविष्य में पाले जाने वाले