पढ़ी लिखी है समझदार है, फिर भी सबकी सुनती है आंदोलनों में चीखने वाली, आज गूंगी सी लगत पढ़ी लिखी है समझदार है, फिर भी सबकी सुनती है आंदोलनों में चीखने वाली, आज...
गृहलक्ष्मी होऊनी पूर्ण घराला सांभाळली गृहलक्ष्मी होऊनी पूर्ण घराला सांभाळली