पढ़ी लिखी है समझदार है, फिर भी सबकी सुनती है आंदोलनों में चीखने वाली, आज गूंगी सी लगत पढ़ी लिखी है समझदार है, फिर भी सबकी सुनती है आंदोलनों में चीखने वाली, आज...