प्रभू असे कृपावंत धन धान्य अगणित देऊ गरजू जनांस हर्षभारे प्रमुदित प्रभू असे कृपावंत धन धान्य अगणित देऊ गरजू जनांस हर्षभारे प्रमुदित
मन विशाल करुनी, दीपोत्सव उजळवू मन विशाल करुनी, दीपोत्सव उजळवू
नववस्त्र दान करू प्रेमे फराळही देऊ, मन विशाल करुनी दीपोत्सव उजळवू नववस्त्र दान करू प्रेमे फराळही देऊ, मन विशाल करुनी दीपोत्सव उजळवू