पर पैसे का ही कौन सा सुख मिल रहा है उसे.. वह उदास होकर सोंच रही थी, सारा तो पिंटू का बाप ही छीन ले ज... पर पैसे का ही कौन सा सुख मिल रहा है उसे.. वह उदास होकर सोंच रही थी, सारा तो पिंट...
प्रकाश बाबू सरकारी दफ्तर में क्लर्क हैं। वेतन से महीना आराम से गुजर जाता था और कभी कभार सौ पचास बच ... प्रकाश बाबू सरकारी दफ्तर में क्लर्क हैं। वेतन से महीना आराम से गुजर जाता था और ...