कभी कभी वो रात और वो मंज़र याद आता है तो मेरा दिल दहल उठता है आखिर वो क्या था? कभी कभी वो रात और वो मंज़र याद आता है तो मेरा दिल दहल उठता है आखिर वो क्या था?
सुमेर ने ही रामजीत को मोदक का आदत डलवाया । सुमेर ने ही रामजीत को मोदक का आदत डलवाया ।