आज नवरात्रि के दिन फिर असत्य पर सत्य की विजय हुई। आज नवरात्रि के दिन फिर असत्य पर सत्य की विजय हुई।
लेकिन वो पहले सावन के झूले आज भी मेरे मन को गुदगुदाने लगते हैं। लेकिन वो पहले सावन के झूले आज भी मेरे मन को गुदगुदाने लगते हैं।
वो सासू माँ नहीं माँ का ही रूप थी, मैंने ही समझने में भूल की... वो सासू माँ नहीं माँ का ही रूप थी, मैंने ही समझने में भूल की...