झे बचपन में बाबा के दफ्तर से लौट आने का बेसब्री से इंतजार होता था, वो लौटते हुए अक्सर क झे बचपन में बाबा के दफ्तर से लौट आने का बेसब्री से इंतजार होता था, वो लौटते हुए ...
सुन कर लगा जैसे किसी ने एवरेस्ट से थक्का दे दिया हो। सच है ना तुम्हारे प्यार में मैं ख़ुद को एवरेस्ट ... सुन कर लगा जैसे किसी ने एवरेस्ट से थक्का दे दिया हो। सच है ना तुम्हारे प्यार में...
इसके सामने जन्नत के नजारे भी कुछ नहीं। इसके सामने जन्नत के नजारे भी कुछ नहीं।
उसका मुकुट पायल लेकर एक दिन उससे मिलने आएगा ज़रूर। उसका मुकुट पायल लेकर एक दिन उससे मिलने आएगा ज़रूर।