मुँह छुपाए बैठे रहे दाढ़ी बढ़ाते। ऐसा भोज जो कबहूँ न भूले जाए। कमबख्त पांडे में पांडे.... मुँह छुपाए बैठे रहे दाढ़ी बढ़ाते। ऐसा भोज जो कबहूँ न भूले जाए। कमबख्त पांडे में पा...