लेखक : ह्यू लॉफ्टिंग स्वैर अनुवाद : आ. चारुमति रामदास लेखक : ह्यू लॉफ्टिंग स्वैर अनुवाद : आ. चारुमति रामदास
उसके पिता ने आँख दिखा कर उसे चुप करा दिया और राम वही स्तब्ध बन कर खड़ा रहा। उसके पिता ने आँख दिखा कर उसे चुप करा दिया और राम वही स्तब्ध बन कर खड़ा रहा।
लेकिन मैं तो तुम्हें अब भी याद करता हूं। तुम्हारी याद आती है तो आंखों से आंसू निकलते है लेकिन मैं तो तुम्हें अब भी याद करता हूं। तुम्हारी याद आती है तो आंखों से आंसू नि...