मानव अंगदान बढ़ाने के भाव से लिखी कथा, जो सरकारी तंत्र के धीमेपन पर भी चोट करती है। मानव अंगदान बढ़ाने के भाव से लिखी कथा, जो सरकारी तंत्र के धीमेपन पर भी चोट करती ह...