पुजारी जी तो झटपट हाथ धोते ही बिस्तर पर पहुंचने के अनुष्ठान में लिप्त हो गए। पुजारी जी तो झटपट हाथ धोते ही बिस्तर पर पहुंचने के अनुष्ठान में लिप्त हो गए।
भाई चुप होकर गंभीर हो गया। उसका हंसने का भी शायद यही तरीका था। भाई चुप होकर गंभीर हो गया। उसका हंसने का भी शायद यही तरीका था।
काले कोलतार की सड़क मानो चमकती हुई बैंगनी गेंदों से पट गई हो ! काले कोलतार की सड़क मानो चमकती हुई बैंगनी गेंदों से पट गई हो !