जो आकार और रंग ले लिया उसी में फ्रेम होकर बैठ गए है। जो आकार और रंग ले लिया उसी में फ्रेम होकर बैठ गए है।
कोई पति कैसे अपनी जीवनसंगिनी को किसी और को सौंप सकता है। कोई पति कैसे अपनी जीवनसंगिनी को किसी और को सौंप सकता है।