मयंक ने काफी ना-नुकुर के बाद आखिरकार अनुराधा जी को फ़ोन मिलकर दिया। मयंक ने काफी ना-नुकुर के बाद आखिरकार अनुराधा जी को फ़ोन मिलकर दिया।
“यकीन भी होगा, देखना इबादत भी होगी, किसी दिन किसी से तुम्हें मोहब्बत भी होगी। “यकीन भी होगा, देखना इबादत भी होगी, किसी दिन किसी से तुम्हें मोहब्बत भी होगी...